भारतीय मसाले : रंग, सुगंध, सेहत और स्वाद

छायाचित्र- यामिनी दशोरा


भोजन को स्वाद, सुगंध और रंग से सुशोभित करने वाले मसाले भारतीय रसोईघरों का अभिन्न अंग हैं। ये मसाले अपने में कई खूबियाँ समेटे हैं। भोजन में मसालों का 
जितना प्रयोग भारतीय उपमहाद्वीप में होता है, उतना विश्व के किसी और देश में शायद ही हो। यही नहीं भारतीय उपमहाद्वीप के रहन-सहन के अनुसार प्रत्येक मसाले के अपने औषधीय गुण भी हैं। ये मसाले कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं जैसे वात, अपच, कृमि, अरुचि, मधुमेह, पेट दर्द, एसिडिटी, आदि रोगों के नियंत्रण में काफी लाभकारी हैं। असंख्य गुणों की खान, ये मसाले कुछ इस प्रकार हैं:

हल्दी 

हल्दी या हरिद्रा न केवल खाने के रंग और स्वाद को बढ़ाती है, वरन् यह उत्तम औषधि भी है। सब्ज़ियों, अचार, पूड़ी, परांठे, पकौड़ी, और लगभग सभी चटपटे व्यंजनों का रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए हल्दी का प्रयोग किया जाता है। चोट ठीक करने या मार निकालने में, सर्दी-जुकाम से बचाव और उपचार के लिए भी हल्दी लाभदायक है।

■ सूखा धनिया


धनिये के सूखे दानों को पीसकर धनिया पाउडर बनाया जाता है। यह भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ इसे सुगंध भी देता है। हल्दी की तरह ही इसे भी लगभग सभी चटपटे व्यंजनों में प्रयुक्त किया जाता है।

■ जीरा

जब भी कोई सब्ज़ी बनाई जाती है, तो सबसे पहले जीरा का छौंक ही लगाया जाता है। जीरे का उपयोग दालों, अचारों इत्यादि में होता है। जीरे को भून कर और पीस कर दही और उससे बननेे वाले व्यंजनों में भी डालते हैं। जीरा एक ऐसा मसाला है, जो न सिर्फ खाने का स्‍वाद बढ़ाता है बल्‍कि वजन को भी नियंत्रित करने में मदद करता है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होता है और सेहत के लिए कई मायनों में फायदेमंद है।

■ हींग


हींग की महक बहुत तेज होती है और खाने में भी यह थोड़ी कड़वी होती है यह भोजन को सुगंध और स्वाद तो देती ही है, इसे पचाने में भी सहायक होती है। इसे तेज गरम घी / तेल में भूना जाता है। 

काली मिर्च 

काली मिर्च, जिसे मसालों की रानी भी कहा जाता है, भोजन में तीखापन लाने के लिए प्रयुक्त होती है। इसका प्रयोग सब्ज़ी, दाल, सूप, आदि में किया जाता है। काली मिर्च के कई औषधीय लाभ हैं। यह वात और कफ को नष्ट करती है साथ ही भूख बढ़ाने और भोजन को पचाने में भी सहायक है। इसी पौधे से प्राप्त होने वाली सफेद मिर्च की तासीर थोड़ी ठंडी होती है।

■ सौंफ 


हमारे भोजन में सौंफ को स्वाद बढ़ाने के लिए प्रयुक्त किया जाता है। लेकिन न सिर्फ मसाले के रूप में, बल्कि मुखवास की तरह भी। सौंफ वात तथा पित्त को शांत करने, भूख बढ़ाने व भोजन को पचाने मे सहायक है। 

■ अजवायन 


अजवायन के दाने बहुत खुश्बुदार होते हैं तथा इसका प्रयोग छौंक के अलावा, चूरन, चाट मसाला, अचार, आदि में किया जाता है। यह काफी पाचक होता है और पेट की कई बीमारियों को दूर करता है। इसका सेवन करने से पेट दर्द, वात, एसिडिटी, आदि में आराम मिलता है।

■ राई/सरसों


राई एक गुणकारी मसाला है। इसमें भी काफी औषधीय गुण मौजूद होते हैं। इसका लगभग सभी तरह के आचारों और तड़के को बनाने में प्रयोग किया जाता है। इसके कई औषधीय लाभ भी हैं, जैसे, यह शुगर लेवल नियंत्रित रखती है साथ ही इसमें फाइबर की मात्रा अधिक होती है जिससे यह वजन घटाने में मददगार है। 

■ मेथीदाना 


मेथीदाना अचार और कढ़ी, लौंजी, आदि के छौंक में प्रयुक्त होता है। इसका स्वाद हल्का कड़वाहट लिये होता है तथा कई व्यंजनों के स्वाद में वृद्धि करता है। इसका उपयोग पेट की बीमारियों से लेकर मधुमेह तक के बचाव में होता है।

■ लाल मिर्च 


लाल मिर्च खाने को तीखा और चटपटा बनाती है तथा इसके स्वाद को बढ़ाती है। यह भोजन पचाने में सहायक है तथा इसमें विटामिन-सी और विटामिन-ई प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। 

■  लौंग 


लौंग या लवंग की तासीर गर्म होती है। यह भोजन के स्वाद व सुगंध को बढ़ाता है। साथ ही इसके कई औषधीय गुण भी हैं।लौंग के सेवन से भूख बढ़ती है व आमाशय की क्रिया सही रहती है। यह भोजन के प्रति रुचि पैदा करता है। लौंग पेट के कीड़ों को भी खत्म करती है।

■ नमक



नमक को मसालों की श्रेणी में रखा जा सकता या नहीं यह तो निश्चित नहीं है, लेकिन इसमें कोई दो राय नहीं कि नमक के बगैर भोजन बेस्वाद है। इसलिए इसके महत्व को नकारा नहीं जा सकता। साथ ही, स्वास्थ्य के लिहाज से भी नमक अति आवश्यक है और यह हमारे शरीर में आयोडीन की आवश्यकता को पूरा करता है। भारतीय भोजन में सफेद नमक के अलावा काला नमक और सेंधा नमक भी प्रयुक्त किए जाते हैं।

■ गरम मसाला


भारतीय खाने में गरम मसाला खाने की खुशबू और स्वाद बढ़ाने के लिए डाला जाता है। कुछ खास सूखे, खड़े मसाले पीसकर गरम मसाला तैयार किया जाता है। सब्जी, सूप आदि बनाने के अंत में गरम मसाला ऊपर से डालकर मिला दिया जाता है। इसे बनाने में प्रयुक्त होने वाले मुख्य मसाले हैं: काली मिर्च, बड़ी इलायची, छोटी इलायची, लौंग, दालचीनी, तेजपत्ता, जावित्री, सोंठ, चक्रफूल, जायफल, खड़ा धनिया, जीरा, सौंफ, हींग व कबाबचीनी।


ये मसाले भारतीय भोजन को स्वाद और सेहत से भरपूर बनाते हैं। घर-घर की रसोई में पाए जाने वाले ये मसाले हमारी अद्भुत धरोहर हैं, और इनके बगैर हमारे भोजन की कल्पना करना असंभव है। 

हालांकि यह काफी दुखद है कि आज की पीढ़ी तुरंत उपलब्ध और डिब्बाबंद भोजन के मोहपाश में इन मसालों का उतना उपयोग नहीं करती, लेकिन हमें यह समझने की आवश्यकता है कि ये मसाले हमारे स्वाद और स्वास्थ्य दोनों के लिए सर्वोत्तम हैं और हमारे भोजन को अमृत तत्व प्रदान करते हैं।


हमारी भोजनशैली से आपके पसंदीदा मसाले कौनसे हैं, कमेंट्स में ज़रूर बताएँ।


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